मटर की सब्जी और कच्चे मटर सभी को अच्छे लगते हैं। लेकिन जब चीजें सीजन खत्म होने के बाद भी बाजार में उपलब्ध होती है तो शक जाने लगता है। वहीं चीजों में मिलावट होना आम बात हो गई है। मिलावटी चीजों से किसी भी प्रकार की बीमारी हो सकती है। इतना ही नहीं बड़ों के साथ बच्चों की सेहत पर भी असर पड़ सकता है। मिलावटी खाद्य से बचाव के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा (FSSAI)दवारा लगातार वीडियो जारी किए जा रहे हैं ताकि इंसान घर पर भी जांच कर मिलावटी चीजों की जांच कर सकें। हाल ही में एक और वीडियो जारी किया है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि कही आप नकली मटर तो नहीं खा रहें। आइए जानते हैं कैसे करें पहचान -
मिलावट चेक करने की विधि -
- सबसे पहले कांच के गिलास में मटर के दाने डालें।
- इसमें पानी भरकर 30 मिनट तक के लिए रख दें।
- पानी का रंग नहीं बदलने पर मटर मिलावट नहीं है।
- और अगर पानी का रंग हरा पड़ने लगता है तो वह मटर मिलावटी है।
1. डायबिटीज - मटर नेचुरल मीठे होते हैं। इसलिए इनका सेवन कर सकते हैं। मटर में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा पूर्ण रूप से होती है। इसका सेवन करने से शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहता है।
2.मटर के दाने में मौजूद फाइबर से पेट भरा रहता है। अधिक भूख नहीं लगती है।
3. इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता हे। दिल की बीमारी का जोखिम कम होता है।
4.फाइबर की मात्रा अधिक होने पर पाचन तंत्र भी मजबूत होता है।
5. इसमें मौजूद जिंक, कॉपर, मैंगनी, आयरन होता है। बीमारियों की चपेट में आने से बचते हैं। इसलिए मटर का सेवन कच्चे दाने या सब्जी के रूप में जरूर करना चाहिए।