व्रत-त्योहारों एवं पूजा पाठ में तो प्रसाद एवं व्यंजन में हलवा बनता ही है, कभी-कभी आप इसे शौक से बनाकर खाते हैं। लेकिन इसे बनाते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो यह सेहत से जुड़े फायदे भी दे सकता है। जानिए सावधानियां -
1 सूजी का हलवा बना रहे हैं तो सूजी के दाने थोड़े मोटे ही लें, एकदम बारीक नहीं। यह पाचन तंत्र के लिए बेहतर होता है।
2 अगर आटे का हलवा बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि आटा जरा मोटा पिसा हुआ हो, ये चिपकेगा नहीं और स्वाए व पाचन दोनों के लिए अच्छा रहेगा।
3 अगर नुकसान से बचना चाहते हैं, तो डालडा या बाजार के घी के बजाए देसी घी या गाय के शुद्ध घी का प्रयोग करें। देशी घी में बना हलवा त्रिदोषों का संतुलन करता है।
4 शकर की जगह गुड़ का प्रयोग करेंगे, तो स्वाद और सेहत दोनों के फायदे पा सकेंगे। अगर आपको शकर ही डालना है, तो ब्राउन शुगर भी यूज कर सकते हैं।
5 हलवा ठंडा करके न खाएं, इसे गर्मागर्म ही परोसें ताकि सिरदर्द या न्यूरो वेस्कुलर डिसआर्डर जैसी समस्याओं में फायदा मिल सके।
6 हलवा खाने के तुरंत या कुछ देर बाद तक भी ठंडा पानी न पिएं, वरना आप इसके फायदों को नहीं पा सकेंगे। आधे घंटे बाद ही पानी पिएं।