कोरोना के प्रकोप के बीच बर्ड फ्लू ने लोगों के मन में डर व्याप्त कर दिया है। कोविड-19 से ही लोगों को राहत नहीं मिली है, इसी बीच बर्ड फ्लू का संकट मंडरा रहा है। आखिर ये बर्ड फ्लू क्या हैं? आपने इससे पहले भी इसका नाम जरूर सुना होगा, दरअसल बर्ड फ्लू पक्षियों से होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है। यह पक्षियों से जानवरों तक फैल सकती है। यह बीमारी इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 की वजह से होती है।
बर्ड फ्लू सबसे तेजी से चिकन, मोर, बत्तख आदि से तेजी से फैलता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो पक्षी और इंसानों को अपनी चपेट में ले सकती है, लेकिन अभी तक बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है।
ऐसे में नॉनवेज खा सकते हैं?
जैसे की हम पहले बता चूके है कि बर्ड फ्लू पक्षियों में होने वाली बीमारी है जो जानवरों को भी अपनी चपेट में लेती है। ऐसे में लोग नॉनवेज से दूरी बनाना ज्यादा उचित समझते है। लेकिन क्या बर्ड फ्लू के दौरान चिकन और अंडे से दूरी रखना आवश्यक है? बता दे कि यदि आप बर्ड फ्लू में चिकन या अंडे का सेवन करते भी है, तो इस बात का ख्याल रखें कि ये अच्छी तरह से पके हुए हो। आधा कच्चा पक्का खाने से इसका खतरा हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि चिकन या अंडे खाते समय इसे अच्छी तरह से पका कर खाया जाएं। अगर आप चिकन खाना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि चिकन 70 डिग्री सेल्सियस पर या उससे अधिक तापमान पर पका हो।
बर्ड फ्लू के लक्षण-
बर्ड फ्लू के लक्षणों की बात करें तो बर्ड फ्लू होने पर कफ, बुखार, सांस की परेशानी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, बैचेनी जैसी परेशानी हो सकती है। इसलिए सतर्कता और समझदारी के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।