बदलते मौसम के साथ सर्दी-खांसी जैसी सेहत समस्या का सामना कराना पड़ता है। अधिकतर लोग सर्दी-खांसी को नजरअंदाज भी करते है, लेकिन खांसी को अधिक दिनों तक नजरअंदाज करना भी ठीक नहीं होता है। बात करे अगर सूखी खांसी की तो सूखी खांसी में बलगम बहुत कम निकलता है। सूखी खांसी होने पर और इसके लंबे समय तक बने रहने के कारण सीने में जलन और गले में खराश हो जाती है। यदि किसी को दो से तीन सप्ताह से ज्यादा सूखी खांसी बनी हुई है, तो उन्हें डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
सूखी खांसी से निजात पानें के लिए कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाया जा सकता है। आइए जानते है..
तुलसी की पत्तियों से सूखी खांसी से छुटकारा पाया जा सकता है। तुलसी के कुछ पत्तों को पानी में उबाल लें। इसे रात में सोने से पहले पी लीजिए। या फिर आप तुलसी के पत्तों की चाय बना कर भी पी सकते है।
शहद भी सूखी खांसी को कम करने में मददगार है। एक चम्मच शहद में अदरक को मिला कर इसका सेवन करें। इसे सूखी खांसी से राहत मिलेगी।
अदरक का इस्तेमाल सूखी खांसी से निजात पाने के लिए बहुत फायदेमंद है। सर्दी-जुकाम होने पर आप अदरक वाली चाय तो जरूर पीते ही होंगे जितनी ये स्वाद में अच्छी है उतने ही अदरक के फायदे गजब के है। सूखी खांसी में अदरक के सेवन से राहत मिलती है। अदरक के टुकड़े छोटा-छोटा काट कर इसे एक कप पानी में डालकर गैस पर थोड़ी देर के लिए उबालें। इस पानी को दिन भर में थोड़ा-थोड़ा करके पीते रहें। सूखी खांसी दूर करने के लिए इससे बेहतरीन सिरप कुछ और नहीं हो सकता है।
मुलेठी किसी औषधि से कम नही है यह बलगम कम करने का काम करती है। मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। एक कप गर्म पानी में दो चम्मच मुलेठी की जड़ डालें। इसे 15 से 20 मिनट तक अच्छी तरह से उबालें। दिन भर इसे थोड़ा-थोड़ा पिएंगे, तो खांसी कम होने लगेगी।
ड्राय कफ के क्या हैं खतरे
सूखी खांसी में बहुत कम या बिल्कुल भी बलगम नहीं निकलता है। इससे सीने में जलन भी होती है लंबे समय तक रहने पर गले में खराश भी पैदा करती है। वहीं कुछ मामलों में, यह नाक संबंधी एलर्जी, ऐसीडिटी, अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज या ट्युबरक्लॉसिस (टीबी) हो सकती है। इसलिए, सूखी खांसी यदि किसी व्यक्ति को है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। तुरंत डॉक्टर कि सलाह जरूरी है।