कॉस्मेटिक सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी यानी ऐसी चिकित्सकीय क्रिया जिसके द्वारा मनचाहा रंग रूप और काया पाई जा सकती है। लेकिन पिछले कुछ समय से प्लास्टिक सर्जरी एक डरावना शब्द बन गया है। हाल ही में कन्नड़ ऐक्ट्रेस चेतना राज की मौत के बाद प्लास्टिक सर्जरी फिर सवालों के घेरे में है। इससे पहले भी प्लास्टिक सर्जरी के साइड इफेक्ट्स और मौत की खबरे आई हैं। विशेषकर दुबला होने या शेप में बॉडी के लिए करवाई सर्जरी से मौत का खतरा अधिक .... प्लास्टिक सर्जरी अब मनचाही सुंदरता से खतरनाक स्तर तक पंहुचती जा रही है।
हालिया खबर के अनुसार कन्नड़ टीवी ऐक्ट्रेस चेतना राज (Kannada Actress Chethana Raj) का 21 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने बंगलुरु में चेहरे की फैट फ्री सर्जरी करवाई थी। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने इस बात की जानकारी अपने घरवालों को भी नहीं दी थी। वह अपने दोस्तों के साथ गई थीं।
आइए जानते हैं प्लास्टिक सर्जरी क्या होती है...
प्लास्टिक सर्जरी में प्लास्टिक का उपयोग नहीं होता है। सर्जरी के पहले जुड़ा प्लास्टिक ग्रीक शब्द-"प्लास्टिको" से आया है। ग्रीक में "प्लास्टिको" का अर्थ होता है बनाना या तैयार करना। इसलिए प्लास्टिक सर्जरी का मतलब हुआ कि शरीर के किसी हिस्से को ठीक करना।
प्लास्टिक सर्जरी में सर्जन शरीर के किसी हिस्से के उत्तकों को लेकर दूसरे हिस्से में जोड़ता है। भारत में सुश्रुत को पहला सर्जन (शल्य चिकित्सक) माना जाता है। आज से करीब 2500 साल पहले सुश्रुत युद्ध या प्राकृतिक विपदाओं में जिनकी नाक खराब हो जाती थी उन्हें ठीक करने का काम करते थे।
इसी तरह कॉस्मेटिक सर्जरी भी प्लास्टिक सर्जरी का ही एक प्रकार है। इस प्रकार की सर्जरी से आप अपनी त्वचा से अनचाही चर्बी निकलवाकर सुंदर और युवा दिख सकते हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी से आंख, नाक, होंठ, गालों आदि को उचित व मनचाहे आकार में ढाला जा सकता है। यह सर्जरी बहुत महंगी होती है।
सर्जरी के प्रकार
कई महिलाओं व पुरुषों का बॉडी शेप ऐसा होता है कि उनके शरीर पर कूल्हों, पेट आदि स्थानों पर जमा अनावश्यक चर्बी उन्हें भद्दा, थुलथुल व अनाकर्षक बनाती है। अपने शरीर की अतिरिक्त चर्बी से परेशान ऐसे लोगों के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी एक बेहतर विकल्प है।
इस प्रकार की सर्जरी में इन स्थानों की अतिरिक्त चर्बी निकालकर बॉडी को उचित आकार दिया जाता है।
कॉस्मेटिक सर्जरी से आप सुंदर व सही आकार के होंठ पा सकते हैं। यदि आपके होंठ ज्यादा पतले या ज्यादा मोटे हैं तो लिप औगमेंटेशन के जरिए आप अपने होंठों को मनचाहे आकार में ढाल सकते हैं।
गाल किसी भी नारी के सौंदर्य का महत्वपूर्ण अंग होते हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी में पिचके गालों में फिर से उभार लाने के लिए मरीज के गालों में चर्बी इंजेक्ट की जाती है। ठोडी व गालों पर डिंपल बनवाने के लिए भी इसी सर्जरी का सहारा लिया जाता है।
थ्रेडप्लास्टी तकनीक को 'मिनिमल एक्सेस क्रेनियल संस्पेंशन' के नाम से भी जाना जाता है। इस सर्जरी विशेष प्रकार के धागे का प्रयोग किया जाता है, जिससे गालों की ढीली त्वचा को लिफ्ट किया जाता है। इससे आपकी त्वचा में कसाव आता है, जिससे आपकी खूबसूरती ओर भी अधिक बढ़ जाती है।
कॉस्मेटिक सर्जरी के द्वारा चेहरे पर उभरे चेचक या मुहांसों के दाग को आसानी से हटाया जा सकता है। इन दाग-धब्बों को मिटाने के लिए त्वचा की ऊपरी परत को हटा दिया जाता है।
इस प्रकार कॉस्मेटिक सर्जरी शरीर को छरहरा व सुंदर बना सकती है लेकिन इसके लिए प्रयोग में होने वाली तकनीक, सर्जिकल प्रक्रिया, साइड इफेक्ट्स, दवाई, औजार और केमिकल मिलकर जान के लिए घातक होते जा रहे हैं।
कन्नड़ अभिनेत्री चेतना राज को क्या हुआ था
कन्नड़ अभिनेत्री चेतना राज का प्लास्टिक सर्जरी के बाद हुए कॉम्प्लिकेशंस के चलते निधन हो गया। चेतना 16 मई की सुबह 'फैट फ्री' सर्जरी के लिए बंगलुरु के Shetty's Cosmetic Centre गई थीं। शाम को उन्हें कुछ दिक्कत हुई। उनके फेफड़ों में पानी जमा होने लगा। डॉक्टर्स ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की लेकिन नहीं बचा सके।
सामान्य तौर पर प्लास्टिक सर्जरी का इस्तेमाल जन्मजात दोष को ठीक करने के लिए या चोट या बीमारी से चोटिल टिशू और त्वचा को सुधारने के लिए करते हैं। लेकिन इसका प्रयोग अब सुंदरता के लिए ज्यादा होने लगा है। बहुत सी अलग-अलग परिस्थितियां है जहां प्लास्टिक सर्जरी (plastic surgery) की ज़रूरत पड़ती है या पड़ सकती है जिसमें कई प्रकार के सर्जिकल प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
चेहरा मनुष्य के व्यक्तित्व का प्रतिबिंब होता है। यही चेहरा यदि उम्र, चोट अथवा बीमारी के कारण बदसूरत दिखने लगे तो कॉस्मेटिक सर्जरी वरदान के रूप में सामने आती है। चेहरे पर कभी चोट लगने अथवा किसी कारण से कोई स्थाई नुकसान हो जाए तो उसमें हीनभावना घर कर लेती है। कई युवाओं की पढ़ाई पर इसका विपरीत असर पड़ता है। उनको लगने लगता है कि चेहरे पर निशान के होने से पहले वे पढ़ाई में अच्छे थे या नाक टेढ़ी होने के कारण उनका आत्मविश्वास डगमगा गया है। लेकिन कॉस्मेटिक सर्जरी का सबसे अधिक नुकसान यह है कि इसे कराने के बाद चेहरे या शरीर के जिस भी हिस्से में बदलाव कराया गया है, वह परमानेंट हो जाता है। यदि आपका चेहरा पहले से भद्दा लगने लगे तो आप पुरानी वाले को वापिस नहीं पा सकते। इसलिए जरूरी है कि सर्जरी से पहले खुद को मानसिक रूप से तैयार कर लें।
क्या होते हैं इलाज-
अल्ट्रावॉइलेट लाइट
मिलेनिन के इंजेक्शन।
लोकल ऑइटमेंट व छुपाने वाले कलर
डर्माब्रेजन: मशीन द्वारा रगड़ कर निशान हटाना।
ऑपरेशन से सफेद दाग निकाल कर नई त्वचा लगाना।
समझना यह है कि
उम्र के साथ आने वाली झुर्रियों के बदलावों को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है, पूर्ण रूप से रोकना असंभव है। बढ़ती उम्र के साथ माथे की रेखाएं, आंखों की पलकों की रेखाएं, गालों की रेखाएं, गले की रेखाएं जैसी सारी रेखाएं बढ़ जाती हैं। नियमित व्यायाम, उचित खान पान, चिंताओं को कम करके फेशियल मसाज आदि से इन्हें कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। पर भला उम्र को बढ़ने से कैसे रोका जा सकता है?
लेकिन क्या यह संभव नहीं है कि हम अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं और गरिमामयी ढंग से बढ़ती उम्र का स्वागत करें? नकली सुंदरता से बेहतर है कि हम फिटनेस और कसरत पर ध्यान दें।
त्वचा के स्वास्थ्य के लिए अपने रूटीन में कसरतों को जरूरी रूप से सम्मिलित करें। कसरत ऐसी होनी चाहिए जिससे पसीना निकल आए। सबसे ज्यादा जरूरी है यह बात कि दूसरों की नजर से अपना मूल्यांकन करना बंद कीजिए, सौन्दर्य के तयशुदा मानदंडों को मत मानिए... आप जैसे हैं वैसे ही बने रहने में तनाव नहीं है, सहजता है, आराम है... और अगर आप सर्जरी का सहारा लेते हैं तो आपको यह तनाव बराबर बना रहेगा कि उसका मेंटेनेंस कैसे करें। अपने आप से प्यार करें। अपनी काबिलियत को बढ़ाएं, अपनी रूचि और दक्षता के अनुसार करियर बनाएं। मुस्कुराएं, गुनगुनाएं और ज्यादा से ज्यादा मदद को तत्पर रहें। आपकी सुंदरता बढ़ने लगेगी, आपकी आंखें चमकने लगेगी.... फिर प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत बिलकुल नहीं रहेगी।