JN1 Virus : देश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर खतरे की घंटी बजा दी है। अब तक कोरोना के 700 से अधिक नए मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ठंड और कोरोना वायरस के नए वेरिएंट JN.1 के कारण कोरोना का खतरा बढ़ने लगा है। JN.1 के कारण कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन कई लोगों का सवाल है कि इन्फेक्शन का खतरा मौसम या JN.1 के कारण है?
साथ ही कोरोना (jn1 covid) की खबर आते ही लोगों के बीच कई भ्रमक जानकारियां फैलने लग जाती हैं। कई लोगों का सवाल होता है कि क्या नए वेरिएंट के कारण भारत में लॉकडाउन लगाना चाहिए या नहीं? इसके अलावा कई लोगों का मानना है कि JN.1 के लक्षणों में कमर दर्द एक प्रमुख लक्षण है। आइए जानते हैं गुर्जर हॉस्पिटल के लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अभिषेक गुर्जर से कोरोना से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में...
क्या JN.1 के कारण लॉकडाउन लगाया जा सकता है?
डॉ अभिषेक ने वेबदुनिया को बताया कि यंग जनरेशन या यंग पॉपुलेशन का मूवमेंट बंद नहीं करना चाहिए। इस वेरिएंट से बहुत ज्यादा घबराने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि कोरोना के प्रति प्रिवेंशन का ध्यान रखना ज़रूरी है।
इसके अलावा इस वैरिएंट के कारण अपने काम को सिमित करने की भी ज़रूरत नहीं है। साथ ही जो लोग होम ऑर्बिट हैं या 50 वर्ष से अधिक आयु के हैं, उन्हें ज्यादा सावधानी रखने की ज़रूरत है। जिन्हें गंभीर बीमारी है उन्हें भी ज़रूरत के अनुसार ट्रेवल करना चाहिए।
कोरोना के मामले बढ़ने पर क्या मौसम ज़िम्मेदार है?
डॉ अभिषेक ने वेबदुनिया को बताया कि अगर मौसम की बात करें तो वायरस टेम्परेचर सेंसिटिव होता है। यानी ज्यादा तापमान में वायरस कलंबे समय तक नहीं टिकता है। ऐसे में सर्दियों के मौसम में वायरस बढ़ने की संभावना अधिक होती है। हालांकि JN.1 जो वेरिएंट है वो माइल्ड म्यूटेशन वैरिएंट है। यह वेरिएंट तेजी से फैलता है लेकिन इसकी डेथ रेट काफी कम है। इसलिए मौसम के अनुसार भी इसके म्यूटेशन की संभावना अधिक हो जाती है।
क्या कमर दर्द JN.1 का प्रमुख लक्षण है?
डॉ अभिषेक के अनुसार सिर्फ कमर दर्द JN.1 का प्रमुख लक्षण नहीं है और ऐसा कहना भी गलत होगा। इस वेरिएंट के माइल्ड कोल्ड, खांसी, डायरिया, मांसपेशियों में दर्द, फीवर जैसे लक्षण देखे गए हैं। इन लक्षणों में कमजोरी भी देखी जा सकती है। हालांकि सिर्फ कमर दर्द इस वेरिएंट का लक्षण नहीं है।
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में कितनी देर और कितना करीब रहने से कोरोना फैलता है?
डॉ अभिषेक के अनुसार अगर हम संक्रमित व्यक्ति के डायरेक्ट कांटेक्ट में हैं यानी हमने और सामने वाले मास्क नहीं लगाया है तो 3 मिनट के अंदर वायरस स्प्रेड होने की संभावना होती है।
अगर सिर्फ एक व्यक्ति ने मास्क लगाया है और सामने वाले ने नहीं लगाया है तो 50-60 प्रतिशत कोरोना फैलने की संभावना होती है। अगर दोनों व्यक्ति ने मास्क लगाया है तो वायरस स्प्रेड होने की संभावना 90 प्रतिशत तक कम हो जाती है। ऐसे में ज़रूर है कि मास्क लगाएं और दूरी बनाएं रखें।