WHO के मुताबिक ओमिक्रोन की वजह से देशभर में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दुनिया में तेजी से फैल रहे संक्रमण की वजह ओमिक्रोन बताई जा रही है। WHO के मुताबिक ओमिक्रोन में 11 फीसदी का इजाफा दर्ज किया है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह डेल्टा से भी आगे निकल चुका है। ओमिक्रॉन के मामले सप्ताह भर में ही दो से तीन गुना बढ़ गए है। ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट तेजी से जरूर फैल रहा है लेकिन इससे सीवियर कंडीशन में केस नहीं पहुंचे हैं। लोग रिकवर भी हो रहे हैं। ओमिक्रोन का ट्रांसमिशन इतना तेज से फैल रहा है कि कोविड की दोनों डोज लगा चुके लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। आइए जानते हैं ओमिक्रोन की चपेट में आ रहे लोगों में किस तरह के लक्षण देखे जा रहे हैं।
- ओमिक्रॉन के लक्षण माइल्ड है लेकिन फिर भी टेस्ट कराने की जरूरत है। जी हां, सर्दी का मौसम है होने से भी सर्दी-खांसी हो सकती है लेकिन लापरवाही बरत कर अनजान बनना सभी के लिए भारी पड़ सकता है।
- कोविड-19 वैक्सीन SARs-COV-2 वायरस से भी लड़ाई में मददगार साबित हो रहा है। लेकिन यह नोवेल कोरोनावायरस वैक्सीनेटेड लोगों में भी तेजी से फैल रहा है। इस नए वायरस को कुछ लोगों ने मात दे दी है। लेकिन लोग लंबे वक्त से जंग लड़ रहे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक स्पाइक प्रोटीन में इसके 30 से भी अधिक म्यूटेशन होने के कारण ये इम्यून एस्केप मैकेनिज्म विकसित कर लेता है। हाल में दिए गए कोविड के डोज बहुत कम असरदार साबित हो रहे हैं इसलिए कई देशों में बूस्टर डोज की भी आवश्यकता पड़ रही है। एक बार फिर से वो दौर वापस लौट आया है जब कोविड के सभी नियमों का पालन करना जरूरी है।
- कोविड के दौर में सर्दी-खांसी, गले में दर्द, खराश जैसी सामान्य बीमारियां भी टेंशन की जड़ बन गए है। एक्सपर्ट के मुताबिक ओमिक्रोन के लक्षण बहुत अधिक प्रभावी नहीं है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यह डेल्टा वेरिएंट से कम घातक है। साउथ अफ्रीका के डिकल एसोसिएशन की चेयरपर्सन डॉ. एंजेलिक कोएट्ज़ी के मुताबिक रात में बहुत पसीना आना, शरीर में ज्यादा दर्द का अनुभव होना ओमिक्रोन के संकेत हैं। ये सभी लक्षण ठंड के भी हो सकते हैं लेकिन लापरवाही नहीं बरतते हुए आरटी -पीसीआर जरूर कराएं। और रिजल्ट नहीं आने पर लोगों से दूरी बनाकर रखें।
- ओमिक्रॉन के असामान्य लक्षण आपको डरा सकते हैं। बुखार, खांसी, थकान, दर्द और खराश आपको सामान्य लग सकते हैं लेकिन अब यह सामान्य नहीं है।
- लंदन के किंग्स कॉलेज के जेनेटिक एपिडेमियोलॉजी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर टिम इंस्पेक्टर के मुताबिक, पूरी तरह से वैक्सीनेटेड या फिर बूस्टर लगाने वाले लोगों को ओमिक्रॉन के दो असामान्य लक्षण, उल्टी जैसा होना और भूख न लगना, का अनुभव हो सकता है।
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच नाइट कर्फ्यू की नौबत आ गई है। कमोबेश पूरी दुनिया में कर्फ्यू लग रहा है।