निमोनिया के 13 लक्षण और 7 घरेलू उपचार
निमोनिया रोग बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी हो सकता है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, या जिन्हें सांस या दिल की बीमारी हो, या जिसका ट्रांसप्लांट हुआ हो, कीमोथेरेपी या एड्स की समस्या से ग्रसित हो उन्हें निमोनिया का खतरा अधिक होता है।
निमोनिया से मनुष्य की जान भी जा सकती है। अत: इसे कभी हलके में नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा यह फेफड़ों का बुरी तरह से नुकसान पहुंचाता हैं अत: सावधान रहकर डॉक्टर से परामर्श लेना उचित रहता है। आइए जानते हैं निमोनिया के लक्षण और बचने के उपाय के बारे में-
निमोनिया का लक्षण-
- निमोनिया होने का मुख्य कारण बैक्टीरिया और वायरस है, जो हमारे नाक और मुंह से शरीर में प्रवेश करते हैं।
- तेज बुखार,
- छाती में दर्द,
- मितली या उल्टी होना,
- दस्त लगना,
- सांस लेने में परेशानी होना,
- थकान और कमजोरी बनी रहना,
- फेफड़ों में कफ जमा हो जाना,
- कफ बना रहना,
- खांसी के साथ कफ आना,
- इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर
- यह फेफड़ों को संक्रमित करता है
- लगातार बुखार रहना।
इससे कैसे बचें-
- प्रतिदिन कुछ देर योग प्राणायाम करें।
- सर्दी-जुकाम होने पर रूमाल का प्रयोग करें।
- कफ हो तो घरेलू उपाय या डॉक्टर से संपर्क करें।
- सिगरेट, ड्रिंक, जंक फूड से दूरी बनाकर रखें।
- अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करें।
- वैक्सीन लगाकर निमोनिया का खतरा कम किया जा सकता है।
- बैक्टीरिया मुंह और नाक के द्वारा ही अंदर जाते हैं, अत: निमोनिया या बुखार होने की स्थिति में हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
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