बेहोशी के कई कारण हो सकता है जैसे किसी भयानक दुर्घटना को देखकर डरना, कोई दुखद समाचार या सदमा लगना, शरीर में पानी की कमी व डिहाइड्रेशन होना, ब्लड प्रेशर कम होना, झटके से उठना, ड्रग्स या एल्कोहल का सेवन करना, अधिक कमजोरी व थकान लगना, तेज धूप में अधिक देर तक रहना आदि। चाहे किसी भी परिस्थिति में बेहोशी जैसा महसूस हो या बेहोशी आए उसे कतई नजरअंदाज न करें। बेहोशी को नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है।
अगर किभी आपको या किसी साथी को बेहोशी आने जैसा महसूस हो, तो वे कही भी जमीन पर गीर सकते हैं जिससे चोट लगने की आशंका बन जाती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए ये उपाय अपनाएं -
1 अगर खड़े है तो तुरंत जमीन पर लेट जाएं। अपने सिर को नीचा करके टांगों को थोड़ा ऊपर उठाएं। इससे मस्तिष्क की ओर रक्त प्रवाह बढ़ जाएगा तथा बेहोशी रुक जाएगी। यदि फिर भी बेहोशी आ गई तो जमीन पर लेटे रहने से आप किसी अन्य जगह गिरने से लगने वाली चोट से बच जाएंगे।
2 यदि कोई व्यक्ति बेहोश हो गया है तो सबसे पहले उसके कपड़े ढीले कर दें ताकि उसके फेफड़ों को ऑक्सीजन लेने की पर्याप्त जगह मिल सके।
3 कोशिश करें कि शरीर में कभी भी पानी की कमी न होने दें और पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
4 जिन लोगों को अत्यधिक गर्मी सहन नहीं होती, वे कोशिश करे कि गर्मी में ठंडक वाली जगह व कमरे में ही रहे। धूप में निकलना कम करें।
5 बेहोशी चाहे किसी भी कारण से आई हो, उसे गंभीरता से लेना चाहिए तथा तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।