सर्दी के दिनों में आपमें से ज्यादातर लोग भीगे बादाम का सेवन करते हैं। लेकिन बादाम का सेवन आखिर भिगोकर ही क्यों किया जाता है, सूखे बादाम क्यों नहीं? अगर आप नहीं जानते इसका जवाब, तो चलिए हम बता देते हैं।
दरअसल छिलके सहित बादाम खाना उतना फायदेमंद नहीं होता, जितना बगैर छिलके वाले बादाम खाने से होता है। इसका प्रमुख कारण है छिलकों का आपके पोषण में रूकावट पैदा करना। जी हां, बादाम के छिलके में टैनीन नाम का एक तत्व मौजूद होता है जो कि इन पोषत तत्वों के अवशोषण को रोक लेता है।
अगर आप सूखे बादाम का सेवन करते हैं, तो छिलकों को निकालना संभव नहीं होता, जबकि बादाम को पानी में भिगो देने पर इससे छिलका आसानी से निकल जाता है। ऐसे में आपको बादाम का पूरा पोषण मिल पाता है, जो छिलकों के रहते नहीं मिल पाता।
यही कारण है कि कच्चे यानि सूखे बादाम की जगह भीगे हुए बादाम खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। चलिए अब जानते हैं इसके 5 फायदे -
1 भीगे बादाम खाने से पाचन क्रिया भी संतुलित रहती है।
2 इनमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है, जो बढ़ती उम्र को कंट्रोल करता है।
3 बादाम से ब्लड में अल्फाल टोकोफेरॉल की मात्रा बढ़ती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है।
4 भीगे बादाम से गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है और बैड कॉलेस्ट्रॉल कम होता है।
5 इसमें भरपूर फॉलिक एसिड होता है, जो प्रेगनेंसी में शिशु के मस्तिष्क और न्यूरोलॉजिकल सिस्टम के विकास में सहायक होता है।