उपवास करना स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद फायदेमंद होता है। यह हमारी ऊर्जा को संरक्षित करने के साथ ही शरीर की आंतरिक सफाई और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। आत तौर पर समाज में उपवास करने की 3 पद्धतियां प्रचलित हैं, आप अपनी क्षमता अनुसार इनमें से कोई भी तरीका अपना सकते हैं -
1 उपवास करने का पहला तरीका है 8/16 पद्धति। इस पद्धति के अनुसार पूरे दिन का कुल आहार 8 घंटे के अंदर ही लेना होता है और कुल 16 घंटे का उपवास करना करता होता है। उदाहरण के लिए अगर आप रात को 9 बजे दिन का अंतिम भोजन करते हैं, तो आपको अगले दिन दोपहर में ही अगला भोजन लेना होता है। इस प्रकार आप सुबह का नाश्ता नहीं कर सकते। दोपहर 1 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक आप जितना आहार लेना चाहें ले सकते हैं। बेहतर स्वासथ्य के लिए आप रोजाना इसे कर सकते हैं, क्योंकि यह सबसे आसान तरीका है उपवास का।
2 दूसरा उपवास होता है पूरे 24 घंटे का उपवास, जिसमें आपको पूरे 24 घंटे तक कुछ भी नहीं खाना होता है। उदाहरण के लिए अगर आप आज रात 9 बजे कुछ खाते हैं, तो आप अगले दिन रात को ही कुछ खा सकते हैं, इसके पहले नहीं। इस प्रकार का उपवास सप्ताह में एक या दो बार करना बेहतर होता है।
3 तीसरा उपवास होता है पूरे 36 घंटों का उपवास, जो थोड़ा कठिन होता है क्योंकि इसमें 36 घंटों तक आपको कुछ भी आहार नहीं लेना होता। हालांकि बीच में तरल पदार्थों या फलों का सेवन कर लिया जाता है।
इस उपवास के अनुसार अगर आज रात को कुछ खा रहे हैं तो अगले दिन भर आपको कुछ भी नहीं खाना होता और एक दिन बाद सुबह ही आप कुछ खा सकते हैं। इस बीच आप 500 से 600 कैलोरी ले सकते हैं।
अगर आप सेहत को ध्यान में रखकर उपवास करते हैं, तो आपको घी-तेल और मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध, दही, फल, जूस आदि का सेवन ही सबसे बेहतर होता है।