मेनोपॉज के बाद महिलाओं को कई तरह की हार्मोंस से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह एक नेचुरल प्रोसेस जरूर होती है लेकिन समस्याएं पीरियड्स बंद होने के बाद भी खत्म् नहीं होती है। अक्सर महिलाओं में 40 से 45 की आयु के बाद पीरियड्स से जुड़ी समस्या शुरू हो जाती है। कभी पीरियड देरी से आता है तो कभी हैवी ब्लीडिंग की समस्या होती है। पीरियड्स बंद होने के बाद महिलाओं की दिनचर्या भी डिस्टर्ब हो जाती है।हार्मोन्स भी पूरी तरह से बदल जाते हैं। अगर आपको भी कुछ इस तरह के लक्षण नजर आ रहे हैं तो पहले ही संभल जाएं। और इस पोस्ट में जाने की मेनोपॉज के बाद आपको किस तरह की समस्याओं को सामना करना पड़ेगा। साथ ही किस तरह डील करें।
मेनोपॉज के बाद होने वाली समस्या -
- पीरियड्स बंद होने के बाद आपका वजन तेजी से बढ़ने लगता है। हार्मोनल बदलाव के कारण घबराहट, बेचैनी, डिप्रेशन की स्थिति भी पैदा हो जाती है।
- मासिक धर्म नहीं आने पर पेट में गैस होने लगती है। जिससे पेट तेजी से फूलने लगता है।
-शरीर में खुजली होती है।गर्मी के दिनों में अधिक होती है।
- नींद नहीं आना, नींद पूरी नहीं होना ये सब मेनोपॉज के लक्षण है।
- मासिक धर्म बंद हो जाने के बाद महिलाओं को गर्मी बहुत अधिक लगती है। इतना ही नहीं ठंड में भी बहुत अधिक ठंड नहीं लगती है।
- मेनोपॉस का असर हड्डियों पर पड़ता है। जिनमें लगातार दर्द बना रहता है। जोड़ों में दर्द होने लगता है।
- थकान और कमजोरी अधिक होती है। भूख नहीं लगना जैसी समस्या होने लगती है।
परेशानी से कैसे निपटें -
- मेनोपॉज कुछ समय बाद खत्म या कम भी पड़ जाता है। लेकिन इस दौरान नियमित रूप वॉक शुरू कर देना चाहिए।
- अपने आपको अधिक से अधिक व्यस्त रखें।
- तनाव मुक्त रहें।
-किसी से भी मन की बात जरूर शेयर करें।
-योग और प्राणायाम जरूर करें। पानी अधिक से अधिक पीते रहें।