पीरियड्स के समय हाइजीन मेंटेन करना हर महिला के लिए बहुत मुश्किल है। साथ ही पीरियड्स में महिलाएं कई तरह की समस्याओं का सामना करती हैं। कई महिलाओं को क्रंप, फीवर, खराब पाचन तंत्र और मूड स्विंग की अत्यधिक समस्या होती है। पीरियड्स के समय महिलाओं को कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। साथ ही कई इंडियन मिथ के कारण भी महिलाएं पीरियड्स के दौरान ज्यादा सतर्क रहती हैं। ऐसी कई गलतियां हैं जो अधिकतर महिला पीरियड्स के दौरान करती हैं। चलिए जानते हैं इन गलतियों के बारे में.......
1. प्लास्टिक या हार्ड मटेरियल के पैड: बाज़ार में कई तरह के पैड मौजूद हैं। साथ ही कम्पटीशन होने के कारण कई ब्रांड सस्ते दाम में पैड बेचते हैं। पर कई महिलाएं बिना सेनेटरी पैड की डिटेल पढ़ें उन्हें इस्तेमाल कर लेती हैं। आपको हमेशा कॉटन से बना हुआ पैड ही इस्तेमाल करना चाहिए। प्लास्टिक से बना पैड आपके लिए हानिकारक हो सकता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है। हमेशा कॉटन का ही पैड इस्तेमाल करें।
2. पैन किलर का सेवन: पीरियड्स के समय महिलाओं की बॉडी में क्रंप के कारण अत्यधिक दर्द होता है। ऐसे में कई महिलाएं पैन रिलीफ करने के लिए पैन किलर का सेवन करती हैं। साथ ही बाज़ार में भी पीरियड्स के लिए कई पैन किलर मौजूद हैं। आपको बता दें कि ये पैन किलर आपकी सेहत के लिए हानिकारक हैं। इनके सेवन से हार्ट अत्ताक्ट, पेट में छाले और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ता है। सही न्यूट्रीशन की मात्रा से आप पीरियड्स क्रंप को कम कर सकते हैं।
3. पैड को ज्यादा समय तक इस्तेमाल करना: यह आदत अधिकतर महिलाओं में होती है कि वो पैड को नियमित रूप से चेंज नहीं करती हैं। साथ ही कम फ्लो होने के कारण कई महिलाएं एक पैड को बहुत समय तक इस्तेमाल करती हैं। आपको बता दें कि हर 6 घंटे में पैड को चेंज करना ज़रूरी है। ज्यादा समय तक पैड इस्तेमाल करने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
4. कम पानी पीना: कई मिलाएं पीरियड्स के समय बहुत कम पानी का सेवन करती हैं। साथ ही क्रेविंग के कारण अत्यधिक फास्ट फूड या स्नैक का सेवन भी करती हैं। डिहाइड्रेशन होने के कारण आपके शारीर में क्रंप और दर्द की समस्या बढ़ जाती है। साथ ही आपको लूस मोशन की समस्या भी हो सकती है। पीरियड्स के समय ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोशिश करें।
5. सेंट वाले प्रोडक्ट इस्तेमाल करना: बाज़ार में पीरियड्स के लिए कई तरह के प्रोडक्ट मौजूद हैं। इनमे सबसे ज्यादा सेनेटरी पैड है। कई सेनेटरी पैड में बहुत अधिक सेंट होती है। हमे लगता है कि ये सेंट ओडोर की समस्या को कम करती है पर ये आपके शरीर और त्वचा दोनों के लिए बहुत हानिकारक है। सेंट डालने के लिए कई तरह के हार्श केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए नॉन टॉक्सिक प्रोडक्ट ही खरीदें।
6. पीरियड्स के कलर पर ध्यान न देना: कई महिलाओं के पीरियड्स के समय ब्लीडिंग में काफी समस्या होती है। साथ ही कई महिलाएं अपने ब्लीडिंग के कलर पर ध्यान नहीं देती हैं। इन पर ध्यान देना आपके लिए ज़रूरी है क्योंकि गर आपको ज्यादा डार्क, ब्राउन, पिंक या लाइट रेड कलर की ब्लीडिंग हो रही है तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि कौन सा कलर आपके लिए हानिकारक है और इसकी क्या वजह है।