गर्भावस्था में अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ महिलाओं के लिए विटामिन डी भी आवश्यक है। गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था में विटामिन डी का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन इसकी कमी से शिशु कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार भी हो सकता है।
1000 महिलाओं में किए गए एक शोध में यह बात साबित हुई है कि विटामिन डी, बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य और उसके विकास में अहम भूमिका निभाता है। महिलाओं पर किए गए इस शोध में गर्भावस्था से लेकर शिशु के जन्म और उनकी उम्र 7 साल होने तक जो अध्ययन किया गया उसमें अध्ययनकर्ताओं ने यह पाया, कि जिन महिलाओं ने गर्भावस्था में विटामिन डी का पर्याप्त मात्रा में सेवन किया था, उन्हें स्वास्थ्य से जुड़े लाभ अधिक मिले।
सामान्य तौर पर अन्य पोषक तत्वों की तरह ही विटामिन डी को लेकर भले ही हम उतने जागरूक नहीं हों, लेकिन विटामिन डी की कमी आपके साथ-साथ बच्चों में भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं और संक्रमण पैदा कर सकती है। इसके अलावा शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी अनिवार्य रूप से होना चाहिए। विटामिन डी की कमी होने पर आपके शरीर को कैल्शियम का लाभ नहीं मिल पाता।विटामिन डी की कमी शिशु में हड्डी संबंधी समस्याएं भी पैदा कर सकती हैं।
इससे बचने के लिए हेल्थ सप्लीमेंट लेने के बजाए आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिसमें प्राकृतिक तौर पर विटामिन डी मौजूद हो। इसमें साबुत अनाज, अंडा, मछली, मशरूम, संतरा, सभी तरह के डेयरी उत्पाद के अलावा पर्याप्त मात्रा में धूप लेना भी बेहद जरूरी है।