राजमा को किडनी बीन्स भी कहा जाता है। कुछ समय में इसका सेवन बहुत अधिक बढ़ गया है। खासकर लोग राजमा-चावल खाना बहुत अधिक पसंद करते हैं। लेकिन बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि राजमा का सेवन बहुत पौष्टिक होता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन्स और अन्य तत्व मौजूद होते हैं । विटामिन बी, विटामिन बी 2, विटामिन ई,विटामिन के, कैल्शियम, कॉपर, लोहा, मैंगनीज, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जस्ता, ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा-6 फैटी एसिड, कोलेन, पैंटोथेनिक एसिड, जैसे तत्व मौजूद होते हैं इसलिए राजमा खाने के फायदे भी बहुत सारे हैं। आइए जानते हैं -
वजन करें कंट्रोल - जी हां, अगर आप अलग-अलग तरह से वजन कंट्रोल कर थक गए है तो राजमा को अपनी डाइट में शामिल करें। आप इसकी सब्जी की बजाए सलाद और सूप के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हर आयु वर्ग के लिए सही है। पोषण से भरपूर राजमा से वजन कम कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
ताकत बढ़ाएं - दरअसल, राजमा में भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जिससे ताकत अच्छे से मिलती है। बता दें कि शरीर की उर्जा और मेटाबॉलिज्म के लिए आयरन सबसे अधिक जरूरी है। वह राजमा में होता है। साथ ही ऑक्सीजन का सर्कुलेशन भी बढ़ता है। इसलिए राजमा का सेवन सप्ताह में 2 बार जरूर करें।
पाचन क्रिया सुधारे - राजमा में उचित मात्रा में फाइबर होता है। जिससे पाचन क्रिया स्वस्थ्य रहती है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर भी नियंित्रत रहता है। बढ़ती उम्र को रोके -दरअसल राजमा में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो बढ़ती उम्र की कोशिकाओं को धीमा करता है। साथ ही झुर्रियों को कम करने, मुहांसे कम करने, बालों और नाखूनों को बेहतर बनाता है।
दिल का रखें ख्याल - राजम में मैंग्नीशियम भी मौजूद होता है। जो कोलस्ट्रोल को कंट्रोल करने में मदद करता है। शरीर में रक्तप्रवाह, धमनियों की गति, और दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।
अस्थमा मरीजों के लिए रामबाण - राजमा में मौजूद ब्रोन्कोडायलेटरी बहुत प्रभावी होता है। वह फेफड़ों को मजबूत करता है और वायु मार्ग को सुगम बनाता है। शोध में भी सामने आया है कि मैग्नीशियम का स्तर कम होने पर अस्थमा से जल्दी प्रभावित होते हैं।
हड्डियों को करें मजबूत - राजमा में मौजूद मौगनीज और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस को भी रोकने में मदद करता है। राजमा में मौजूद फोलेट जोड़ों और हड्डियों को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।
गठिया बादी मिलेगा आराम - आज के वक्त में जॉइंट पेन एक आम बात हो गई है। लेकिन उसका दर्द पूरे समय बना रहता है। इसलिए अपने भोजन में राजमा जरूर शामिल करें।क्योंकि राजमा में उच्च मात्रा में तांबा मौजूद होता है जिससे शरीर में सूजन कम होती है और दर्द में आराम मिलता है।
प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत - शाकाहारी लोगों के लिए राजमा प्रोटीन का सबसे अच्छा स्त्रोत है। चावल के साथ के इसका प्रयोग करने पर शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है।
उक्त रक्तचाप को कम करें - कोविड की वजह से लोगों में हाइपरटेंशन की समस्या तेजी से बढ़ी है। राजमा में मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत है। यह रक्तचाप को सामान्य करने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद मैग्नीशियम से माइग्रेन का दर्द भी कम होता है।