शिमला। हिमाचल प्रदेश के सोलन विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर ससुर और दामाद के बीच कड़ी टक्कर है। पिछले चुनाव यानी 2017 में हार-जीत का अंतर 1000 वोटों से भी कम था। 82 साल के कर्नल धनीराम हिमाचल विधानसभा चुनाव में इस बार सबसे उम्रदराज उम्मीदवार भी हैं।
भाजपा और कांग्रेस के दोनों उम्मीदवारों में गत चुनाव में भी जीत का अंतर कम रहा था। यहां से कांग्रेस ने कर्नल धनीराम शांडिल और भाजपा ने इनके दामाद डॉ. राजेश कश्यप को प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2017 में यहां दोनों के बीच रोचक मुकाबला रहा था। कर्नल शांडिल को 26,200 तथा डॉ. राजेश कश्यप को 25,529 वोट मिले थे। शांडिल ने यह चुनाव 671 वोट से जीता था। प्रदेश की सबसे हॉट सीट में यह सीट भी शामिल है।
वर्ष 2017 में शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज से प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर कश्यप ने पहली बार चुनाव लड़ा था तथा सोलन में इन्हें कोई ज्यादा जानता भी नहीं था। इसके बाद 5 वर्ष तक डॉ. कश्यप लोगों इस विधानसभा क्षेत्र के लोगों से जुड़े रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्र में भाजपा सरकार के माध्यम से विकास कार्य भी कराए हैं।
वहीं कर्नल शांडिल कद्दावर नेता हैं और उनका यह तीसरा विधानसभा चुनाव है। वीरभद्र सिंह की सरकार में उन्होंने काफी विकास कराया, जिसकी वजह से वह 2017 में चुनाव जीते थे। पांच वर्ष में भी शांडिल ने विधायक निधि से विकास कराने का प्रयास किया है।
डॉ. राजेश का कंडाघाट, चायल, झाझा तथा डुमैहर क्षेत्र में अधिक दबदबा माना जा रहा है, जबकि कर्नल धनीराम शांडिल का ओच्छघाट, नौणी, शमरोड़, धारों की धार तथा शामती पंचायत में अच्छा वोट बैंक है। ग्रामीण क्षेत्रों में दोनों नेताओं की अच्छी पकड़ है। शहरी क्षेत्र में भी स्थित कमोवेश ऐसी ही है। इसके अलावा यहां से आम आदमी पार्टी से अंजु राठौर, निर्दलीय अमरदास, बहुजन समाज पार्टी से राजेंद्र चुनाव लड़ रहे हैं। (एजेंसियां/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala