'नाइन लाइव्सः इन सर्च ऑफ द सेक्रेड इन मॉडर्न इंडिया' विलियम डेलरिंपल ने अपनी भारत यात्रा के दौरान लिखी है। यह उनकी सातवीं किताब है। नौ कहानियों में बँटी इस किताब का हर एक किरदार अनूठा है। हर कहानी किसी व्यक्ति विशेष या यूँ कह लें किसी एक पात्र के जीवन का निचोड़ है। किताब की सबसे खास बात यह है कि इसमें सभी पात्र अलग-अलग धर्म का प्रतिनिधित्व करते हैं।
किताबी भाषा में हम इसे ट्रेवल बुक या फिर बायोग्राफीस की श्रृंखला कह सकते हैं। नौ कहानियाँ, नौ पात्र और उनके जीवन की घटनाओं को लेखक ने खूबसूरती के साथ शब्दों में पिरोया है। फिर चाहे वह बौद्ध धर्म को मानने वाले संन्यासी की कहानी हो, जो पहले तिब्बत में घुस रहे चीनी लड़ाकों के विरुद्ध हथियार उठाता है पर बाद में शांति का संदेश देने के लिए पेंटिंग का ब्रश उठा लेता है या अपने परिवार व नौकरी को छोड़ श्मशान में धूनी रमाने वाली कोलकाता की एक महिला की कथा। हर प्रसंग दिल को छू लेने वाला है। हालाँकि इन कहानियों के माध्यम से लेखक ने दक्षिण एशिया में तेजी से आए बदलाव पर भी प्रकाश डालने का प्रयास किया है।
पुस्तक में एक जैन साध्वी, जो अपनी खास सखी की मृत्यु से निर्लिप्त रहकर अपने मन को जीतने का प्रयास करती है, कानपुर की एक डांसर जिसे लोग पूजते हैं, केरल के जेल वॉर्डन, राजस्थान के भेड़ चराने वाले एक व्यक्ति तथा देह व्यापार करने वाली एक महिला व उसकी बेटियों आदि का मार्मिक वर्णन किया गया है।
ब्लूम्सबरी द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक को काफी प्रशंसा मिली है। कई भारतीय पाठकों का तो यहाँ तक कहना है कि इस किताब से नौ अलग-अलग फिल्में बनाई जा सकती हैं। किताब एक पश्चिमी लेखक द्वारा पूरे तटस्थ भाव से लिखी गई है। इसमें भारत के विभिन्न धर्मों और उनसे जुड़ी आस्थाओं के बारे में भी कई नए पहलू लेखक ने बताने का प्रयास किया है।
पश्चिम के लिए भारत हमेशा से एक रहस्यमय देश रहा है। किसी लेखक के द्वारा भारत की विविधताओं का यूँ चित्रण करना भारत के विषय में समझने की पश्चिम की प्यास को दूर करने के प्रयास हैं। इस प्रयास में लेखक सफल रहे हैं। यही कारण है कि यह पुस्तक बेस्टसेलर साबित हो रही है। कितनी अजीब बात है कि विकास का क्रम यहाँ तक पहुँच गया कि आज पश्चिम पूरब होना चाहता है और पूरब पश्चिम। हमें पश्चिम की भौतिकता आकर्षित कर रही है और उन्हें इस देश की 'अजब-गजब' लगने वाली बातें।
पुस्तक : 'नाइन लाइव्सः इन सर्च ऑफ द सेक्रेड इन मॉडर्न इंडिया' लेखक : विलियम डेलरिंपल प्रकाशक : ब्लूम्सबरी मूल्य : 375 रुपए