याहू मैसेंजर जैसे चैट एप्लिकेशन अब तक भारत पहुँच तो चुके थे लेकिन उसमें हिन्दी लिखने की असुविधा के कारण लोकप्रिय नहीं हो रहे थे। हिन्दीभाषी अभी भी ऐसे चैट एप्लिकेशन की बाट जोह रहे थे जो उन्हें हिन्दी में लिखने–बोलने की सुविधा दे। इस माँग को पूरा करने की शुरुआत वेबदुनिया के ई-वार्ता से हुई जिसने सन् 2000 में इसकी शुरुआत की।
ई-वार्ता ने न केवल दो लोगों को आपस में बात करने की सुविधा दी बल्कि समूह चैट और लोकप्रिय हस्तियों से सीधी बात जैसे विकल्पों ने इसे और लोकप्रिय बनाया। इंद्रकुमार गुजराल, रामविलास पासवान, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, बाल ठाकरे जैसी हस्तियों से लोगों ने इंटरनेट पर इसके माध्यम से हिन्दी में बातचीत की।