क्रिसमस (christmas) पर्व ईसाइयों का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है। इसे भारत में 'बड़ा दिन' भी कहा जाता है। पूरी दुनिया में यह त्योहार प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन ईसाई धर्म के संस्थापक यीशु मसीह का जन्म हुआ था। यहां पढ़ें 10 लाइन में क्रिसमस पर हिन्दी में निबंध (christmas essay)-
1. क्रिसमस फेस्टिवल पर ईसाई समुदाय के लोग 15-20 दिन पहले से ही इस पर्व की तैयारियों में जुट जाते हैं। christmas essay in hindi
2. घरों की सफाई की जाती है, नए कपड़े खरीदे जाते हैं, खास करके छोटे बच्चों के लिए सांताक्लॉज की वेशभूषा खरीदी जाती है, जिसे पहनकर बच्चे बहुत खुश होते हैं। घर में विभिन्न प्रकार के अलग-अलग व्यंजन बनाए जाते हैं।
3. क्रिसमस के कुछ दिन पहले से ही सभी चर्च में विभिन्न कार्यक्रम शुरू हो जाते हैं। क्रिसमस के लिए विशेष रूप से चर्चों को सजाया जाता है, जिनकी सजावट देखते ही बनती है। क्रिसमस से शुरू हुए कार्यक्रम न्यू ईयर तक जारी रहते हैं।
4. क्रिसमस पर बच्चों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र होता है सांताक्लॉज, जो लाल और सफेद कपड़ों में बच्चों के लिए ढेर सारे उपहार और चॉकलेट्स लेकर आता है। यह एक काल्पनिक किरदार होता है जिसके प्रति बच्चों का विशेष लगाव होता है। माना जाता है कि सांताक्लॉज स्वर्ग से आता है और बच्चों को उपहार के तौर पर ढेर सारी चीजें देकर जाता है।
5. क्रिसमस पर चर्च में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रभु यीशु मसीह की जन्म गाथा को नाटक के रूप में प्रदर्शित किया जाता है। मसीह गीतों की अंताक्षरी खेली जाती है, विभिन्न प्रकार के गेम्स खेले जाते है, प्रार्थनाएं आदि की जाती हैं।
6. कई जगहों पर क्रिसमस के दिन ईसाई समुदाय द्वारा जुलूस निकाल कर प्रभु यीशु मसीह की झांकियां निकाली जाती हैं। क्रिसमस गीत गाते हुए खुशी का उत्सव मनाते है तथा प्रभु जन्म की खुशियां जाहिर करते हैं।
7. क्रिसमस की पूर्व रात्रि, गिरिजाघरों में रात्रिकालीन प्रार्थना सभा की जाती है, जो रात के 12 बजे तक चलती है। ठीक 12 बजे लोग अपने प्रियजनों को क्रिसमस की बधाइयां देते है और खुशियां मनाते हैं।
8. इस दिन अन्य धर्मों के लोग भी चर्च में मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना करते हैं। क्रिसमस की सुबह गिरिजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन होता है।
9. क्रिसमस पर लोग चर्च और अपने घरों में क्रिसमस ट्री से सजाते हैं। सांताक्लॉज बच्चों को चॉकलेट्स और गिफ्ट्स देते हैं। प्रभु यीशु के जन्मदिन पर लोग खुशियां मनाते हुए धूमधाम से इस पर्व को मनाते हुए रिश्तेदारों को उपहार का आदान-प्रदान करते हैं।
10. क्रिसमस का विशेष व्यंजन केक है, जिसके बिना क्रिसमस अधूरा होता है। ईसाई धर्म के लोगों के लिए इस दिन केक बहुत मायने रखता है। इस दिन लोग जन्मदिन की तरह केक काटते है और अपने परिवार के लोगों को केक खिलाकर क्रिसमस और यीशु के जन्मदिन की बधाई देते हैं। क्रिसमस पर्व सुख-शांति और खुशी का संदेश देता है।