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अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस पर हिन्दी में अनूठा निबंध

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WD Feature Desk

, सोमवार, 3 मार्च 2025 (15:30 IST)
Essay On Womens Day : प्रतिवर्ष मार्च के महीने में महिला दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस यानी 8 मार्च, एक ऐसा दिन है जो महिलाओं की शक्ति, साहस और उनकी उपलब्धियों का प्रतीक है। यह दिन सिर्फ एक उत्सव मनाने का नहीं, बल्कि एक आंदोलन भी है, एक प्रतिज्ञा है जो महिलाओं को पुरुषों के बराबर समानता, न्याय, और सम्मान के रूप में पाने हेतु मनाया जाता है। यह निबंध अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस के महत्व और उद्देश्य को उजागर करता है। यह महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और उनके अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा देता है।ALSO READ: इस महिला दिवस खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार
 
विश्‍व महिला दिवस का इतिहास: इतिहास के पन्नों से देखें तो इस दिन की नींव 20वीं सदी के प्रारंभ में महिला आंदोलनों में रखी गई थी। अर्थात् एक श्रम आंदोलन के रूप में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन शुरू हुआ था। इस आयोजन की शुरुआत सन् 1908 में, न्यूयॉर्क शहर में 15,000 महिलाओं ने की थी, जिसका उद्देश्य काम के घंटों को कम करने, बेहतर वेतन और मतदान या वोट देने के अधिकार की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन निकाला था। 
 
तब संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिवर्ष आयोजन के तौर पर इसे स्वीकृति दी और इसके एक साल बाद अमेरिकी सोशलिस्ट पार्टी ने पहली बार राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की शुरुआत की थी, लेकिन इस दिन को अंतरराष्ट्रीय बनाने का विचार सबसे पहले 'क्लारा जेटकिन' नामक महिला के दिमाग में आया था।

उन्होंने अपना यह आइडिया 1910 में कोपनहेगन में आयोजित 'इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ वर्किंग वीमेन' में दिया था। तब इस कॉन्फ्रेंस में 17 देशों की 100 महिला प्रतिनिधि हिस्सा ले रही थीं और सभी ने क्लारा के सुझाव का स्वागत किया था। तब इसके बाद पहली बार 1911 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस जर्मनी, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड में मनाया गया और इस दिन का शताब्दी आयोजन वर्ष 2011 में मनाया गया था।
 
अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस का महत्व : अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के अधिकारों और समानता के लिए एक वैश्विक आंदोलन का प्रतीक है। यह दिन महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालने का एक अवसर है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि महिलाओं को समाज में समान अवसर और अधिकार मिलने चाहिए। यह दिन हमें यह भी याद दिलाता है कि महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और हिंसा अभी भी दुनिया भर में व्याप्त है और हमें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
 
अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य : अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस को दुनिया भर में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं को सम्मानित किया जाता है, उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाया जाता है और उनके अधिकारों के लिए जागरूकता फैलाई जाती है।

कई संगठन और संस्थान महिलाओं के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिनमें संगोष्ठियां, सम्मेलन और प्रदर्शनियां शामिल हैं। यह दिन हमें यह भी प्रतिज्ञा करने का अवसर प्रदान करता है कि हम महिलाओं के साथ होने वाले हर प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने के लिए प्रयास करेंगे और एक ऐसे समाज का निर्माण करेंगे जहां हर महिला को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने का अवसर मिले।
 
उपसंहार : अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जो महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाता है और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष को याद दिलाता है। यह दिन हमें महिलाओं के समानता के लिए प्रयास करने और एक ऐसे समाज का निर्माण करने के लिए प्रेरित करता है जहां हर महिला को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने का अवसर मिले।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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