एक बार रमन और रीता में झगड़ा हो गया।
झगड़ा इतना बढ़ा कि दोनों ने बातचीत भी बंद कर दी।
एक दिन रीता को ट्रैन से कहीं बाहर जाना था।
उसने रमन के सिरहाने एक चिट्ठी रखी- मुझे पाँच बजे जगा देना।
सुबह छ: बजे वह उठी तब तक उसकी ट्रेन छूट चुकी थी।
रीता ने गुस्से से इधर-उधर देखा तो उसकी नजर सिरहाने रखे चिट्ठी पर पड़ी जिसमें लिखा था, सुबह के पाँच बज गए हैं, उठ जाइए।
वर्ना लेट हो जाओगे।