एक कोरोना वायरस दूसरे से.....
यार , भारत आकर मैं तो फंस गया।
एक घर में गया तो अदरक कुट कूट कर रोज चाय में पिला दी।
दूसरा
यार में जिस घर में गया
उन्होंने तो रोज गिलोय तुलसी, काली मिर्च ,शहद का काढ़ा पिलाकर मेरी ही फैमिली ख़तम कर दी।
तीसरा
यार मेरे साथ बहुत बुरी बीती
वो परिवार तो सुबह उठते ही गर्म पानी पीता है और उसके बाद इतने कपाल भांति प्राणायाम करता है
बड़ी मुश्किल से छूट कर भागा हूं।
चौथा वायरस
भाई में जिस परिवार में गया वो ऐसा कुछ नहीं करते ।
लेकिन चाय में तुलसी
नाश्ते में हल्दी, अजवायन का छोंक
खाने की सब्जी में
लहसुन , जीरा, मेथी ,
दालचीनी, त्रिफला
हे भगवान इन भारतीयों के पास इतने कोरोना किलर हैं ऊपर से हर घर में एक बुजुर्ग, एक दादी वो तो पूरी भगवान है।कोई न कोई जड़ी बूटी, मसाले बताती ही रहती हैं।
जब तक ये परिवार व्यवस्था यहां रहेगी हम तो इनका कुछ बिगाड़ नहीं सकते।
कुटुंब व्यवस्था