नीता- वाह री बहन,
मैंने सुना, तू तो चुनाव लड़ रही है।
...
ममता- हां बहना, सही सुना तूने।
...और देखना मैं ही पक्का जीतूंगी।
नीता- अच्छा, पर ये बता,
तुझे ये चुनाव लड़ने का ख्याल कहां से आया।
...
ममता- अरे, जब भी मेरी अपने पति से लड़ाई होती है,
तो सिर्फ मैं और मैं ही तो जीतती हूं, बस।