एक मंदिर के सामने से प्रतिदिन एक शराबी नशे में धुत गुजरता और भगवान को प्रणाम कर आगे निकल जाता। पुजारी सोचता यह शराबी आखिर नशे में भगवान से क्या कहता होगा।
एक दिन उसने भगवान शंकर के स्थान पर गणेशजी की मूर्ति रख दी। जब शराबी निकला तो उसने गणेशजी को देखकर कहा- अरे छोटू, पापा से कह देना मैं आया था।