चिंटू (अपने ससुराल में पत्नी को लेने गए)...
- चिंटू के ससुर जी ने उसे देखते ही ताना मारा...
....
....और,
कहा- आ गए पत्नी के पीछे-पीछे...
....
चिंटू ने तत्परता से जबाब दिया- ससुर जी, हर आदमी का पतंग की तरह ही हिसाब है।
....
ससुर- वो कैसे?
....
चिंटू- कन्या अच्छी बंधी तो ऊंची उड़ान...
... और गलत बंधी तो गोल-गोल घूमता जाता है।