लिफ्ट से जैसे ही ऊपर जाने लगा, वैसे ही एक खूबसूरत सी युवती फोन पर बात करते करते लिफ़्ट में घुसी।
मेरी तरफ़ देख कर, हलके से हंसते हुए अपनी सहेली को फोन पर बोली,
चल मैं फोन रखती हूँ, लिफ़्ट में एक मस्त हैंडसम कम्पनी मिल गई है, उस के साथ बात करती हूँ। बाय सी यू" ....
मैं, कुछ सोचूँ , विचारूँ, बोलूँ ,
इस से पहले ही मेरी तरफ़ देख कर हंसते हंसते बोली, “सॉरी अंकल”....,
ये मेरी सहेली कब से फोन पर चिपक गई थी, तो पीछा छुड़ाने के लिए झूठ बोलना पड़ा"।
सच कहूँ.....
आज तक, इतनी “इज्जत” के साथ ऐसी “बेइज़्ज़ती” कभी नहीं हुई।
इसलिए , सभी 40 के बाद, शांत रहें, स्वस्थ रहें और सीढ़ी का प्रयोग करें, फ़िट रहें ....