'तेजस' ट्रेन में एक चार साल के बच्चे को टायलेट जाना था तो वह अपनी मम्मी को लेकर गया....
उसकी मम्मी ने उसे टायलेट में बैठाकर दरवाजे के बाहर से पूछा... बेटा कितनी देर लगेगी..?
लड़का बोला पांच मिनट ..
उसकी मम्मी ने कहा... ठीक है बेटा आराम से कर ले, मैं आती हूं पांच मिनट में...
अब बच्चा दो मिनट में निवृत हो गया और खुद साफ सफाई करके, पैन्ट पहन कर बाहर निकल कर पास में पेंट्रीकार की तरफ जाकर ट्रेन की होस्टेस के साथ खेलने लगा...
अब हुआ ऐसा कि इसी ट्रेन में अपने गुप्ता जी भी पहली बार सफर कर रहे थे और उनको भी टायलेट लगी .. और वो उसी टायलेट में चले गये...
गुप्ता जी आराम से हल्के हो रहे थे कि बच्चे की मम्मी लौट कर आई और बाहर से खड़खड़ा के पूछा...
अरे हो गई हो तो धुलवा कर पैंट पहना दूं...
यह सुनते ही गुप्ता जी तो गदगद हो गए और उनकी आंखें खुशी से नम हो गईं और बुदबुदाए...
इसे कहते है "सर्विस" और इस से ज़्यादा सरकार और क्या करे....