एक आदमी ने रसगुल्ले की दुकान खोली
उसका बेटा पप्पू दुकान पर बैठा था
चंपू : पप्पू, तेरे पापा की तो रसगुल्ले की दुकान है
पप्पू : पर मैं नहीं खाता
चंपू : क्यों तेरा खाने का मन नहीं करता क्या
पप्पू :
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मन करता है लेकिन बापू गिन के रखता है तो मैं रसगुल्ला चूस के वापस रख देता हूं।