शादी के बाद छज्जू और पल्टू मिले।
छज्जू : और भाई कैसी चल रही है जिंदगी ?
पल्टू : सब खैरियत है। आपस में बहुत ही अंडरस्टैंडिंग है। सुबह हम दोनों मिलकर नाश्ता बनाते हैं, फिर बातों बातों में बर्तन धो लेते हैं। प्यार-प्यार से मिल बांट कर सारे कपड़े धो लेते हैं। कभी वह किसी खास डिश की फरमाइश कर देती है और कभी मैं अपनी मर्जी से कुछ पका लेता हूं। मेरी पत्नी बहुत सफाई पसंद है। बस इसी वजह से घर की साफ सफाई मेरी जिम्मेदारी है। तुम बताओ, तुम्हारी जिंदगी कैसे गुजर रही है?
छज्जू : पल्टू भाई, बेइज्जती तो मेरी भी इतनी ही हो रही है जितनी तुम्हारी। लेकिन तुम्हारी तरह इतने अच्छे शब्दों में पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन बनाना नहीं आता. ...