बिजली विभाग दफ्तर के बाहर राजू केले बेच रहा था।
एक साहब ने पूछ लिया : केले क्या भाव दे रहे हो?
राजू : केले किसलिए खरीद रहे हैं आप?
अधिकारी ने पूछा- उससे तुम्हें क्या, तुम तो भाव बताओ...
राजू :-आप प्रसाद के लिए ले रहे हैं तो 10 रुपए दर्जन, वृद्धाश्रम में बांटने हों तो 15 रुपए दर्जन।
बच्चों के टिफिन के लिए 20 रुपए दर्जन। स्वयं खाएं तो 25 रुपए दर्जन और पिकनिक ले जाएं तो 30 रुपए दर्जन।
अधिकारी: ये क्या फंडा है ? अरे भई, सारे केले एक जैसे ही हैं तो भाव अलग अलग कैसे लोगे?
राजू : ये तो वसूली का आपके बिजली विभाग ही का स्टाइल है साहब, मैं तो बस वही तरीका केलों पर आजमा रहा हूं।