मुंगेरी एक सत्संग में गया और पिटा कर वापस आया।
मित्र ने पूछा- अरे भाई! यह कैसे हुआ?
मुंगेरी-बिना कसूर के ही पीट दिया। महाराज प्रवचन कर रहे थे कि पति-पत्नी एक ही साइकल के दो पहिये होते हैं।
मैंने खड़े होकर पूछ लिया- अगर पड़ोसन को मिलाकर रिक्शा बना लें तो कोई एतराज तो नहीं....