गुप्ता जी की फेसबुक पर एक महिला से दोस्ती हुई
और दोनों ने मिलने का विचार बनाया कि
फलां जगह पर फलां काउंटर पर मिलेंगे
मैं अमरुद का जूस पीते हुए तुम्हारा इन्तजार करूँगा।
अब जब गुप्ता जी काउंटर पर पहुंचे तो पता चला की आज अमरुद का जूस नहीं है
तो मजबूरी में संतरे का जूस पीते हुए इन्तजार करने लगे।
कुछ देर बाद महिला आई जो उनकी कल्पना में दिव्या भारती जैसी थी
पर वास्तव में वह मायावती जैसी निकली
तो गुप्ताजी ने देख कर अनदेखा कर दिया।
अब वो महिला खुद ही पहुंची और बोली आप वही हो ना जिनसे मिलने की बात हुई थी।
गुप्ताजी -"अंधी है क्या.?
ये तुझे अमरुद का जूस दिख रहा है?"