सुलतानपुर, कथा समवेत पत्रिका द्वारा 'मां धनपती देवी स्मृति कथा साहित्य सम्मान' के लिए आयोजित अखिल भारतीय हिन्दी कहानी प्रतियोगिता 2020 का परिणाम घोषित हो गया है।
दो चरणों में हुए मूल्यांकन के बाद इंदौर की कथाकार डॉ किसलय पंचोली की कहानी 'आलमारी का एक खाना' को प्रथम स्थान मिला है। देवारा की मीनाक्षी दूबे की कहानी 'गुम्मा' द्वितीय स्थान पर रहीं हैं। आशीष दलाल, बड़ोदरा गुजरात की कहानी 'टूटे दरख़्त पर उगीं कोपलें' तृतीय स्थान पर रही है।
इसके साथ ही विशेष प्रोत्साहन सम्मान के लिए इस बार भी तीन कहानियों का चयन हुआ है। जिनमें अश्विनी कुमार आलोक, वैशाली बिहार की कहानी 'नाच', डॉ नीहारिका वाराणसी की कहानी 'आप हैं कौन', प्रमोद कुमार सुमन मिर्जापुर की कहानी 'उलझन' विशेष प्रोत्साहन सम्मान हेतु चुनी गई हैं।
कहानी प्रतियोगिता के आयोजक कथा समवेत पत्रिका के संपादक डॉ शोभनाथ शुक्ल ने इसके विषय में जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष प्रतियोगिता में कुल 75 कहानियां आई हुई थीं। जिनका मूल्यांकन दो चरणों में कराया गया। दोनों चरणों में प्राप्त अंकों के आधार पर श्रेष्ठ कहानियों का चयन किया गया। इस प्रतियोगिता की यही खासियत है कि मूल्यांकनकर्ता को यह नहीं पता होता कि यह किसकी कहानी है।
इस प्रतियोगिता के द्वितीय चरण के निर्णायक डॉ सुरेन्द्र विक्रम (लखनऊ, उप्र), रामेश्वर कम्बोज हिमांशु (दिल्ली) व शशि भूषण बडोनी (देहरादून, उत्तराखंड) रहे।
पुरस्कृत कहानियों के प्रकाशन का प्रथम अधिकार कथा समवेत का है जो शीघ्र प्रकाश्य पुरस्कार अंक में छपेंगी। पुरस्कृत रचनाकारों का सम्मान समारोह 20 दिसम्बर 2020 को सुल्तानपुर में आयोजित होना है जो कोरोना से उत्पन्न स्थितियों पर निर्भर करेगा। इस अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का द्वितीय सत्र "कोरोना का वर्तमान और नई साहित्यिक जिम्मेदारियां व सरोकार" पर केंद्रित होगा।