सिर्फ आपके दिखने से ही आपका व्यक्तित्व नहीं निर्धारित होता, बल्कि लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं यह बात आपके चलने के तरीके से भी तय होती है। कई बार तो आपको खुद भी नहीं पता होगा कि आपकी चाल से लोग आपके बारे में क्या राय बना रहे होंगे और इससे भी बढ़कर कि आपका चलने का तरीका आपको आपकी खुद की सोच से भी काफी हद तक अवगत करवा देगा। अगर बताए गए चलने के तरीके में से कोई एक तरीका आपका है और आप चाहते हैं कि लोग आपके बारे में ऐसी कोई राय नहीं बनाए, जो आप नहीं चाहते तो आप तुरंत ही अपनी चाल-ढाल बदल लीजिएगा...
* लंबे-लंबे डग भरकर चलने वाले व्यक्ति आत्मविश्वास से भरपूर होते हैं। उन्हें मजबूत इरादे वाला भी समझा जा सकता है।
* धीरे-धीरे चलने वाला व्यक्ति गंभीर किस्म का समझा जा सकता है।
* तेजी से चलने वाले व्यक्ति के बारे में विरोधाभास भी कुछ कम नहीं, कुछ मामलों में वह साहस का प्रतीक होता है, तो कुछ में घमंड का।
* पैरों को घसीटकर चलने वाले लोग आलसी की श्रेणी में आते हैं।
* अकड़कर चलने वाले व्यक्ति को घमंडी समझा जाता है।
* छोटे-छोटे कदम उठाकर और धीमे चलने वाले व्यक्ति को कमजोर और डरपोक माना जाता है।
* हल्के-फुल्के ढंग से उठते कदम व्यक्ति के हंसमुख स्वभाव को दर्शाते हैं।
* आराम से चलने वाले लोग स्थिर दिलो-दिमाग के होते हैं।
* सोच-समझकर धीरे-धीरे अगला कदम रखने वाले लोग कूटनीतिज्ञ स्वभाव के होते हैं।
* जो लोग अपने कंधे आगे की ओर झुकाकर चलते हैं उनमें निर्णय क्षमता की कमी होती है।
* कंधा सीधा रखकर चलने वाले लोग दिलेर और सेहतमंद होते हैं।
* पैरों को दबा-दबाकर चलने वाले लोग जिद्दी स्वभाव के होते हैं।
* जो व्यक्ति चलते समय अपने पेट को आगे की ओर निकालकर चलते हैं, वे अक्सर अड़ियल रवैए के होते हैं और हर बात में उन्हें मीन-मेख निकालने की उन्हें आदत होती है।
* गाय की तरह डोलते हुए चलने वाले लोग मधुर स्वभाव के माने जाते हैं।
* मस्त हाथी की तरह चलने वाले लोग मृदुभाषी और खुशमिज़ाज माने जाते हैं।