जिंदगी कई सारी चीजों से ओवरलोडेड हो गई है। जैसे स्ट्रेस, टेंशन, डिप्रेशन और अकेलापन। यहां तक कि कई तरह की छोटी-मोटी नाकायाबियां भी जिंदगी पर हावी हो गई हैं। अपनी जिंदगी में घट रही इन सभी चीजों को लेकर हम जी रहे हैं। यहां तक कि रात को इन्हीं को लेकर हम अपने बिस्तर में जाते हैं।
इस आपाधापी में किसी ने किसी कारण से ये सारी चीजें हमारी जिंदगी में थोड़ी कम या ज्यादा हमेशा बनी ही रहेगी। लेकिन क्या हो अगर हम अपनी इस थकी मांदी जिंदगी में थोड़ा सा बदलाव करें। इसमें थोड़ी सी सकारात्मकता लेकर आए।
क्या हो अगर हम इसमें थोड़ी सी जगह किसी परपॅज के लिए बनाए। यानी किसी ऐसे उदे्श्य के लिए जो खुशी दे। राहत दे और जीने की चाहत थे।
हम रात को सोते तो अपनी इन सारी चिंताओं के साथ ही हैं, लेकिन अगर हम सुबह किसी परपॅज के साथ जागें तो कैसा होगा। किसी सपने के साथ जागें तो कितना आनंद होगा।
आपको इसके लिए करना कुछ नहीं है। सिर्फ एक वाक्य याद रखना है सुबह उठते वक्त। वेक अप विद अ परपॅज। किसी उदे्श्य के साथ अपनी नींद से जागे। किसी प्रार्थना के साथ बिस्तर से उठे। यह उदे्श्य और प्रार्थना किसी के लिए भी हो सकते हैं। खुद के लिए भी या किसी दोस्त, किसी अपने या किसी अनजान इंसान के लिए भी। जो किसी न किसी तकलीफ में हो। सर्वे भवंतु सुखिन की भावना के साथ भी सुबह नींद से जाग सकते हैं।
Wake up with a purpose यह छोटा सा वाक्य हमें उस दिन जीने की ताकत देगा। हमारी उम्मदी को बढाएगा।
जिंदगी में उम्मीद होगी तो सपने होंगे। सपने होंगे तो जीने का उदे्श्य होगा। और अगर जीने का उदे्श्य होगा, परपॅज होगा तो जिंदगी बोझिल नहीं होगी। उसमें खालीपन नहीं होगा। अगर आपके पास परपॅज होगा तो फिर जिंदगी में कोई टेंशन, कोई स्ट्रेस, कोई डिप्रेशन या कोई अकेलापन नहीं होगा।
इसलिए सुबह अपनी आंखे खोलिए इस छोटे से वाक्य के साथ। Wake up with a purpose फिर देखिए जिंदगी में चारों तरफ पॉजिटिविटी के लिए जगह ही जगह होगी। सकारात्मकता की खुश्बू ही खुश्बू होगी। इसलिए इस बार सुबह उठे तो साथ में यही संकल्प हो।