मेरी खामोशी का मतलब ये लगाया उसने,
डर गया हूँ मैं कत्लेआम इस तरह देख के ।
बेखबर था वो खुदा की खुदाई से वरना,
मुस्कराता न वो लोगों को रोते देख के ।
गुजर जाएगा बुरा वक्त पोंछते हुए अश्क ।
हमनशीं ने कहा मुझे यूँ गमजदा देख के ।
नापाक उन इरादों को वतन के रखवालों ने,
किया खत्म अपनों को यूँ बंदिश में देख के ।
मैं शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने की कुर्बान जिन्दगी,
कई बेगानों को ' सीमा' मौत के मुँह में देख के।