अबकी बार चुनाव में जमी नहीं भई गोटी, अब बतलाओ कौन खिलाएगा तुमको मक्खन-रोटी। तुमको मक्खन-रोटी, सपने धरे रह गए, भोपाल जाने वाले यहीं पड़े रहे गए। कह 'नाना' रिजल्ट ये कैसा आया? कहीं खिल गई बांछें किसी की तो, कहीं पर मातम हे छाया! -एमएल मोदी (नाना)