जीवन, प्रभु की लिखी सुन्दर कविता है
जीवन, खुद के लिए स्वयं लिखी गीता है
जीवन, गर्मी की रात में आती कंपकंपी है
जीवन, मुश्किलातों में मिलती थपथपी है
जीवन, कानों के बीच का अंतरिक्ष है
जीवन, गालों के बीच खिलता वृक्ष है
जीवन, गीत है जिसे हर कोई सुनता है
जीवन, सपना है जो हर कोई बुनता है
जीवन, मधुर यादों का बहता झरना है
जीवन, प्यारी बातों को जेब में भरना है
जीवन, अपनों से जी भरकर लड़ना है
जीवन, सही के लिए गलत से भिड़ना है
जीवन, झूठ-मूठ का रूठना-मनाना है
जीवन, ज्यादा सा खोना जरा सा पाना है
जीवन, स्थान है जिसे सिर्फ आप जानते हैं
जीवन, ज्ञान है जिसे सिर्फ आप मानते हैं
जीवन, बर्फ के बीच से उगती कुशा है
जीवन, बहकते पल में मिलती दिशा है
जीवन, प्रेयसी के हाथों का छूना है
जीवन, पान पर लगा कत्था-चूना है
जीवन, रेत में पिघलता एक महल है
जीवन, इंसानी किताब की रहल है
जीवन, गले में अटकी एक मीठी हंसी है
जीवन, जान में लिपटी बड़ी लंबी फंसी है
जीवन, दमदार हौसलों से दौड़ती रवानी है
जीवन, मासूम बच्चों से बढ़ती कहानी है
जीवन, कभी खामोश ना रहने वाली खुशी है
जीवन, 'निर्जन' युद्ध है जहां योद्धा ही सुखी है।