Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

मधुमास पर कविता : मधुर-मधुर बहती हवाएं...

Advertiesment
हमें फॉलो करें मधुमास पर कविता : मधुर-मधुर बहती हवाएं...
webdunia

शम्भू नाथ

मधुर-मधुर बहती हवाएं,
छेड़ रहीं संवाद।
प्रकृति छटा बिखेर रही,

 
आया है मधुमास।
 
आया है अनोखा मास,
उमंगें उड़ रही हैं।
भंवरा गीत सुनाता,
कलियां खिल रही हैं।
 
महक रही है क्यारी,
मच रहा उल्लास।
सजी बसंती मचल रही है,
होगा अब उत्पात।
 
मधुर-मधुर बहती हवाएं,
छेड़ रही संवाद।
प्रकृति छटा बिखेर रही,
आया है मधुमास।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

व्यंग्य : नेता और अभिनेता