- पुरुषोत्तम व्यास
सांवली-सी लड़की
लिखाती कविता
प्रेम भरे नयनों से
भिगोती हमेशा....
रहता हर क्षण
इंतजार उसका
कांटे भरे पथ पर
सुमन खिलाती हमेशा..
अद्भुत-सा आकर्षण
स्वप्न उसी के
राही को भी वह
भटकाती हमेशा....
बोझल-सा
चाह उसी की
जाएं मिल
रंगीन सा जीवन हमेशा
सांवली-सी लड़की...।