श्याम झंवर 'श्याम'
आओ इस गणतंत्र में
अपने घर में और गली में
रखें स्वच्छता जन जीवन में।
शुद्ध हवा के लिए जरूरी,
वाहन कम कर दें जीवन में।
वृक्ष नहीं कोई भी काटे,
कसम सभी खाएँ जीवन में।
आओ इस गणतंत्र में।
वृक्ष लगाएँ फूल उगाएँ,
सुंदरता पाएँ जीवन में।
शुद्ध पवन हो हरियाली हो,
पीपल-फूले हर आँगन में
आओ इस गणतंत्र में।
झरने-फूल-पहाड़-वृक्ष हैं,
तोहफे कुदरत के जीवन में।
इनको सहेजे और सँवारे
आओ इस गणतंत्र में।