नारी को वश में करने के लिए पुरुष ने ईश्वर की तपस्या की। ईश्वर प्रसन्ना हो प्रकट हुए। पुरुष ने अपनी मंशा बताई। ईश्वर ने कहा-'ज्यादा कुछ तो नहीं, पर उसे बोतल के जिन्ना की तरह बनाने का तरीका बता सकता हूँ। तुम्हारा हर कहा मानेगी। उसे एक अच्छा सा घर बनाकर दो, मातृत्व का हवाला दो, नारी स्वयं बोतल रूपी घर में बंद हो जाएगी।
पुरुष ने पूछा- 'मगर भगवन! जब वह खाली रहेगी तो जिन्ना की तरह पूछेगी कि क्या हुक्म है मेरे आका? तो!' प्रभु मुस्कराए, बोले-'वह घर-बाहर के कामों में इतनी व्यस्त रहेगी कि उसे रात तक फुर्सत नहीं मिलेगी। बची-खुची कसर टीवी धारावाहिक पूरी कर देंगे।' धन्य हो प्रभु'- पुरुष ने साष्टांग दंडवत किया। संयोग से उनका वार्तालाप सुन रही स्त्री मन ही मन मुस्काई और बुदबुदाई- 'बुद्धू! मुझे केवल भरपूर प्रेम और सम्मान देकर तो देखो, मैं यूँ ही तुम्हारे वश में हो जाऊँगी।