Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(सप्तमी तिथि)
  • तिथि- चैत्र शुक्ल सप्तमी
  • शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
  • व्रत/मुहूर्त-भद्रा/रवियोग
  • राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
webdunia

16 दिवसीय गणगौर पूजा महोत्सव शुरू, सुहागिनें करेंगी सोलह श्रृंगार...

Advertiesment
हमें फॉलो करें 2017 Gangaur
16 दिवसीय गणगौर पूजा होली के दूसरे दिन से शुरू हो गई है। इस वर्ष गणगौर का पर्व (Gangaur)  30 मार्च 2017 को मनाया जाएगा। चैत्र नवरात्रि की तृतीया तिथि को सोलहवें दिन गणगौर पर्व के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए सोलह श्रृंगार कर गणगौर पर्व मनाएंगी। 


 
 
भारत भर में चैत्र शुक्ल तृतीया का दिन गणगौर पर्व के रूप में मनाया जाता है। हिन्दू समाज में यह पर्व विशेष तौर पर केवल सुहागिन महिलाओं के लिए ही होता है। इस दिन भगवान शिव ने पार्वतीजी को तथा पार्वतीजी ने समस्त स्त्री-समाज को सौभाग्य का वरदान दिया था। इस दिन सुहागिनें दोपहर तक व्रत रखती हैं। स्त्रियां नाच-गाकर, पूजा-पाठ कर हर्षोल्लास से यह त्योहार मनाती हैं। कुंआरी कन्याएं भी सुयोग्य वर पाने के लिए गणगौर माता का पूजन करेंगी। 
यह गणगौर पर्व चैत्र शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, इसे गौरी तृतीया भी कहते हैं। होली के दूसरे दिन (चैत्र कृष्ण प्रतिपदा) से जो कुमारी और विवाहित महिलाएं, नवविवाहिताएं प्रतिदिन गणगौर पूजती हैं, वे चैत्र शुक्ल द्वितीया (सिंजारे) के दिन किसी नदी, तालाब या सरोवर पर जाकर अपनी पूजी हुई गणगौरों को पानी पिलाती हैं और दूसरे दिन सायंकाल के समय उनका विसर्जन कर देती है।

जब शनि देव के सामने हार मानी भगवान शिव ने....
 
यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए ब हुत महत्वपूर्ण माना गया है, इससे सुहागिनों का सुहाग अखंड रहता है। 
 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जब शनि देव के सामने हार मानी भगवान शिव ने....