BelPatra : धार्मिक मान्यता के अनुसार बिल्व पत्र को शिव जी के तीनों नेत्रों का प्रतीक माना जाता है। उनके यह 3 नेत्र भूत, भविष्य और वर्तमान देखते हैं।
श्रावण मास में शिव जी की आराधना करते समय उन्हें विशेष कर श्रावण सोमवार के बिल्व पत्र/बेल पत्र चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि, शांति और शीतलता आती है। लेकिन बिलपत्र तोड़ते समय इस बात का ध्यान रखना आवश्यक है कि चतुर्थी तिथि, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या और किसी माह की संक्राति पर कभी भी बिल्वपत्र नहीं तोड़ना चाहिए।
यदि आप भी सावन में भगवान भोलेनाथ को बिल्वपत्र पर अर्पित करने की सोच रहे हैं तो निम्न मंत्र बोलते हुए शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाएं। भगवान शिव इसे चढ़ाने से प्रसन्न आप पर होंगे तथा आपको अपार धन की प्राप्ति होगी और जीवन में चमत्कारिक परिणाम मिलेंगे।
बिल्वपत्र चढ़ाने का मंत्र : Bel Patra Mantra
नमो बिल्ल्मिने च कवचिने च नमो वर्म्मिणे च वरूथिने च
नमः श्रुताय च श्रुतसेनाय च नमो दुन्दुब्भ्याय चा हनन्न्याय च नमो घृश्णवे॥
दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनम् पापनाशनम्। अघोर पाप संहारं बिल्व पत्रं शिवार्पणम्॥
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुधम्। त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्॥
अखण्डै बिल्वपत्रैश्च पूजये शिव शंकरम्। कोटिकन्या महादानं बिल्व पत्रं शिवार्पणम्॥
गृहाण बिल्व पत्राणि सपुश्पाणि महेश्वर। सुगन्धीनि भवानीश शिवत्वंकुसुम प्रिय।
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