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आज के शुभ मुहूर्त

(शीतला अष्टमी)
  • तिथि- वैशाख कृष्ण अष्टमी
  • शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
  • व्रत/मुहूर्त-शीतला अष्टमी, बसोड़ा, श्रमिक दि., मई दि., गुजरात, महाराष्ट्र स्था.दि.
  • राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
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आषाढ़ माह की हलहारिणी अमावस्या कब है, क्या है इसका महत्व

हमें फॉलो करें आषाढ़ माह की हलहारिणी अमावस्या कब है, क्या है इसका महत्व
Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ मास में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है।
 
हलहारिणी अमावस्या कब है : अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह अमावस्या 18 जुन 2023 रविवार को रहेगी। 
 
अमावस्या तिथि प्रारंभ : 17 जून 2023 को 09:13:00 से।
अमावस्या तिथि समाप्त : 18 जून 2023 को 10:08:06 पर।

शुभ मुहूर्त : 
अमृत काल- प्रात: 06:26 से 08:02 तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:51 से 03:45 तक।
गोधूलि मुहूर्त- शाम 07:16 से 07:37 तक।
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amavasya 2022
आषाढ़ अमावस्या का महत्व | Significance of Ashada Amavasya:
हलहारिणी अमावस्या से वर्षा ऋतु प्रारंभ होती है।
इस दिन गरीबों को दान दक्षिणा करने का बहुत पुण्‍य मिलता है।
पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस दिन तर्पण करने के बहुत महत्व है।
पवित्र नदी और तीर्थ में स्नान करने का कई गुना फल मिलता है। 
इस दिन पील के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर 7 परिक्रमा करने से धन संबंधी समस्या का निवारण होकर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

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