Ekdant Sankashti Chaturthi 2023: 8 मई 2023 सोमवार को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को एकदंत संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन गणेशजी के आराधना में दूर्वा, लड्डू आदि अर्पित करके गणेशजी की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन गणेशजी को कुछ वस्तुएं भूल से भी अर्पित नहीं करना चाहिए अन्यथा पूजा का फल नहीं मिलता है।
तुलसी : भगवान गणेशजी को चतुर्थी तो क्या किसी भी दिन तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए।
सफेद रंग वस्तुएं : उन्हें सफेद रंग कोई भी वस्तु अर्पित नहीं करना चाहिए। जैसे मिठाई, फूल, फल, सफेद जनेऊ, वस्त्र, सफेद चंदन, चावल आदि।
टूटे अक्षत : गणेशजी को सफेद अक्षत नहीं चढ़ाते हैं परंतु अक्षत को पीला करके अर्पित कर सकते हैं, लेकिन वह टूटे हुए न हो।
सूख फल या फूल : गणेशजी को किसी भी प्रकार से सूखे फूल या फल अर्पित नहीं करना चाहिए।
अन्य नियम : इस दिन प्याज, लहसुन, शराब और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। भगवान गणेश के इस पवित्र दिन पर शारीरिक संबंध बनाना वर्जित माना जाता है। चतुर्थी के दिन किसी भी पशु या पक्षी को न तो सताना चाहिए और न ही मारना चाहिए। इस दिन किसी बुजुर्ग या ब्राह्मण का अपमान नहीं करना चाहिए। वैसे तो किसी भी दिन नहीं करना चाहिए। चतुर्थी के दिन झूठ बोलने से नौकरी और व्यापार में नुकसान होता है।