Ashadha me 5 somvar 2023 : आषाढ़ माह से बारिश भी प्रारंभ हो जाती है और इसी माह में सोमवार के व्रत भी प्रारंभ हो जाते हैं। हालांकि श्रावण सोमवार के व्रत आषाढ़ माह के बाद आने वाले सावन मास में होते हैं परंतु जो लोग 16 सोमवार का व्रत करना चाहते हैं वे इसी माह से प्रारंभ कर देते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार आषाढ़ माह का प्रारंभ 5 जून 2023 से हुआ है जो 3 जुलाई तक रहेगा। इस बीच 4 की जगह इस बार 5 सोमवार का शुभ संयोग बन रहा है।
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5 जून : पहला सोमवार
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12 जून : दूसरा सोमवार
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19 जून : तीसरा सोमवार
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26 जून : चौथा सोमवार
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03 जुलाई : पांचवां सोमवार
आषाढ़ मास सोमवार से प्रारंभ होकर सोमवार को ही समाप्त हो रहा है। सोमवार को सौम्य वार माना गया है, इसलिए ये संयोग शुभ फलदायी माना जा रहा है। ये शुभ योग अच्छी बारिश होने और देश की उन्नति का संकेत भी दे रहा है। यदि बारिश अच्छी होती है तो देश में उपद्रव और विरोध प्रदर्शनों में भी कमी आने की संभावना है।
आषाढ़ माह में ही देव शयनी एकादशी के दिन से देव सो जाते हैं तब चातुर्मास का प्रारंभ हो जाता है। यह चार माह पूरे बारिश के ही रहते हैं। इस माह में व्रत, पूजा, पाठ और साधना का खास महत्व रहता है। इस माह में की गई पूजा पाठ और साधना तुरंत ही फल देने वाली होती है। अत: यदि आप चातुार्मस का पालन नहीं कर पा रहे हैं तो कम से कम जब तक श्रावण सोमवार चले तब तक व्रतों का पालन करें। यह भी नहीं कर पा रहे हैं तो कम से कम सोमवार के दिन ही व्रत रखें।