Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(रुक्मिणी अष्टमी)
  • तिथि- पौष कृष्ण अष्टमी
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
  • व्रत/मुहूर्त-रुक्मिणी अष्टमी, किसान दिवस
  • राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
webdunia
Advertiesment

मुस्लिमों का शुक्रवार, ईसाइयों का रविवार तो हिन्दुओं का कौन-सा वार?

हमें फॉलो करें Mandir instruments
, शनिवार, 2 जुलाई 2022 (17:50 IST)
Hinduo ka kaunsa war he : शिव के मंदिर में सोमवार, विष्णु के मंदिर में रविवार, हनुमान के मंदिर में मंगलवार, शनि के मंदिर में शनिवार और दुर्गा के मंदिर में बुधवार और काली व लक्ष्मी के मंदिर में शुक्रवार को जाने का उल्लेख मिलता है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर कौनसा एक वार है जिस दिन मंदिर जाना जरूरी होता है। जैसे मुसलमानों का शुक्रवार, ईसाइयों का रविवार तो हिन्दुओं का कौन सा वार होता है मंदिर जाने के लिए?
 
गुरुवार Guruwar- Which war of Hindus:
1. दस दिशाओं में से ईशान दिशा को शिवजी सहित सभी देवी-देवताओं की दिशा मानी गई है।
 
2. गुरुवार की दिशा ईशान है, इसीलिए गुरुवार हिन्दुओं का खास वार है।
 
3. गुरुवार का ग्रह बृहस्पति है। नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु की उपाधि प्राप्त है।
 
4. गुरुवार के दिन उपवास रखने से खुल जाते हैं भाग्य के द्वार।
 
5. इस दिन सभी तरह के धार्मिक और मंगल कार्य से लाभ मिलता है।
 
6. गुरुवार के बाद मंगलवार और रविवार को सबसे पवित्र वार माना गया है।
 
7. यात्रा में इस वार की दिशा पश्चिम, उत्तर और ईशान ही मानी गई है। इस दिन पूर्व, दक्षिण और नैऋत्य दिशा में यात्रा त्याज्य है।
 
8. गुरुवार की प्रकृति क्षिप्र है। अत: हिन्दू शास्त्रों के अनुसार यह दिन सर्वश्रेष्ठ माना गया है अत: सभी को प्रत्येक गुरुवार को मंदिर जाना चाहिए और पूजा, प्रार्थना या ध्यान करना चाहिए।
 
9. यह दिन यह दिन ब्रह्मा और बृहस्पति का दिन भी माना गया है।
 
10. मानव जीवन पर बृहस्पति का महत्वपूर्ण स्थान है। यह हर तरह की आपदा-विपदाओं से धरती और मानव की रक्षा करने वाला ग्रह है। बृहस्पति का साथ छोड़ना अर्थात आत्मा का शरीर छोड़ जाना है। गुरु अच्छा है तो जीव में सभी कुछ अच्‍छा ही होगा।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मंगल-राहु का अंगारक योग कब तक बना रहा है विस्फोटक योग?