राउरकेला। आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय टीम ने खचाखच भरे बिरसा मुंडा स्टेडियम पर शुक्रवार को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के अपने पहले मैच में स्पेन को 2-0 से हराकर शानदार आगाज किया। अमित रोहिदास ने जैसे ही 12वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर पहला गोल किया, दर्शकों के शोर से पूरा स्टेडियम गूंज उठा। दूसरा गोल 26वें मिनट में हार्दिक सिंह ने किया, जो अकेले गेंद को लेकर सर्कल में गए थे।
पिछले 48 वर्ष से विश्व कप में पदक का इंतजार कर रही भारतीय टीम की पूल डी में शीर्ष पर रहकर सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने की उम्मीदों को इस जीत से बल मिला है। भारतीय हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले सुंदरगढ़ जिले के अमित रोहिदास ने जैसे ही 12वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर पहला गोल किया, दर्शकों के शोर से पूरा स्टेडियम गूंज उठा।
दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम बताए जा रहे बिरसा मुंडा स्टेडियम पर यह पहला अंतरराष्ट्रीय मैच था।भारत के लिए दूसरा गोल 26वें मिनट में हार्दिक सिंह ने किया, जो अकेले गेंद को लेकर सर्कल में गए थे। गेंद पर नियंत्रण के मामले में भारत का दबदबा रहा और जीत का अंतर अधिक भी हो सकता था, लेकिन भारत ने पांच में से चार पेनल्टी कॉर्नर गंवाए।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में शुमार कप्तान हरमनप्रीत सिंह पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल नहीं कर सके। युवा विकेटकीपर कृशन बहादुर पाठक ने पेनल्टी कॉर्नर समेत कई शानदार बचाव किए। पिछले साल प्रो लीग के चार मैचों में से भारत को दो में हराने वाली स्पेन की टीम को मिले तीनों पेनल्टी कॉर्नर बेकार गए।
पहले क्वार्टर के आखिरी मिनटों में ही भारत ने आक्रामक खेल दिखाते हुए हमले बोले, जिससे उसे लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और दूसरे पर रोहिदास ने गोल किया। इसके बाद भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन हरमनप्रीत गोल नहीं कर सके।
दूसरे क्वार्टर में भी भारत का दबदबा रहा और हॉफ टाइम से चार मिनट पहले हार्दिक ने बायीं ओर से दौड़ते हुए अकेले दम पर शानदार फील्ड गोल दागा। तीसरे और चौथे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका।
ब्रेक के दो मिनट बाद ही भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला, लेकिन दबाव में दिख रहे हरमनप्रीत गोल करने में नाकाम रहे। इससे पहले एक अन्य मैच में इंग्लैंड ने वेल्स को 5-0 से हराया। फोटो सौजन्य : यूएनआई
Edited By : Chetan Gour (भाषा)