होली और दिवाली तंत्र, मंत्र और यंत्र के लिए जानी जाती है लेकिन होली पर अगर आप कठिन तंत्र-मंत्र नहीं करना चाहते हैं तो यह बहुत सरल से उपाय आपके ही लिए हैं।
(1) होलिका का पूजन कर पान, फल, मिष्ठान्न चढ़ाएं तथा दूसरे दिन कुछ चुटकी भस्म लेकर धारण करें तथा पूजन करें, तांत्रिक प्रयोगों से रक्षा होगी।
(2) खड़ा नमक, मिर्च, राई लेकर ऊपर से उतारकर होली में डाल दें। किसी व्यक्ति से बचाव के लिए उस व्यक्ति का नाम लेकर डालें।
(3) अशुभ ग्रहों के निवारण के लिए होली की भस्म शरीर पर लगाकर स्नान करें।
(4) होलिका दहन के दौरान गेहूं की बाली सेंककर घर में रखने से धनधान्य में वृद्धि होती है।
(5) होलिका दहन के बाद जो राख निकलती है। उस भस्म को शरीर पर लगाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जली हुई होली की गर्म राख घर में समृद्धि लाती है। साथ ही परिवार में शांति व आपसी प्रेम बढ़ता है।
(6) इस दिन आम मंजरी व चंदन को मिलाकर खाने की बड़ी महत्ता है।
(7) होली के दिन जो लोग भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण के दर्शन करते हैं वे बैकुंठगामी होते हैं। अगर उनकी प्रतिमा हिंडोले (झूला) में झूलते हुए है तो वर्ष भर यह दर्शन शुभता लाते हैं।